दरियागंज हिंसा मामले में 15 लोग गिरफ्तार, कई इलाकों में धारा 144 लागू
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन के चलते कई इलाके के कुछ थाना क्षेत्रों में शुक्रवार को भी धारा-144 लागू है। इसी के साथ संभावित प्रदर्शन के चलते सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है। उत्तम नगर, बिंदापुर, छावला, नजफगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ाई गई है और साथ ही लोगों से शांति की अपील की जा रही है।
वहीं, शनिवार सुबह से ही दिल्ली के राजधाट पर प्रदर्शन जारी है। इससे पहले शुक्रवार रात से जारी पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना शनिवार सुबह खत्म हुआ, फिर यही प्रदर्शनकारी राजघाट चले गए है। वहीं, समाजार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, दरियागंज इलाके में शुक्रवार शाम को हुए हिंसक प्रदर्शन के मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी 10 लोगों पर दंगा करने और पुलिस पर हमले का आरोप है।
एनसीआर के कुछ इलाकों में प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहने के आसार हैं। इस बीच सुबह से सारे मेट्रो स्टेशन खुले हुए हैं। रात को भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर (Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad) को पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया। शुक्रवार को पुलिस ने हिरासत में लेने की कोशिश की थी, लेकिन वह देर रात तक छिपता रहा।
इससे पहले शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। दिल्ली में उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया और एक कार फूंक दी। प्रदर्शनकारियों ने देर रात पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने देर शाम दरियागंज इलाके में फ्लैग मार्च निकाला।
शुक्रवार को 19 मेट्रो स्टेशन रहे बंद
उधर, शुक्रवार को भी 19 मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े। उधर, गाजियाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर, साहिबाबाद एवं हापुड़ में भी उपद्रवियों के साथ पुलिस की हिंसक झड़पें हुईं। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग की। कई पुलिसकर्मी घायल हुए और 110 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। गाजियाबाद में पूरे दिन मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रही। इसे शनिवार सुबह दस बजे तक बंद रखा जाएगा। दिल्ली के कई इलाकों में भी कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवा बंद रखी गई।
जुमे की नमाज के बाद पुरानी दिल्ली में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शाम होते-होते हिंसक हो गया। जामा मस्जिद से जंतर-मंतर तक मार्च करने के दौरान भीड़ को दिल्ली गेट पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक लिया था। शाम को दरियागंज की मस्जिद से प्रदर्शनकारियों से वापस जाने की अपील की गई। स्थानीय लोग भी मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शनकारियों को वापस भेजने लगे। प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में लौट भी गए थे, लेकिन शाम करीब छह बजे भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
उन्होंने दरियागंज थाने के सामने खड़ी एक कार फूंक दी और कुछ मोटरसाइकिलों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार छोड़ी व लाठी चार्ज किया। इसमें 36 लोग घायल हुए हैं। 40 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी इलाके में भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रोहित राजवीर सिंह व दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। दक्षिणी दिल्ली में जामिया और शाहीन बाग क्षेत्र में आठवें दिन भी शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
उधर, गाजियाबाद, मुरादनगर, लोनी, साहिबाबाद में हिंसक प्रदर्शन हुए। झड़प में सीओ व इंस्पेक्टर समेत 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। 60 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। मोदीनगर में भी पत्थर लगने से एसएचओ मुरादनगर समेत 10 पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। भीड़ की तरफ से फायरिंग भी की गई। जवाब में पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। 12 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं। हापुड़ में भी जुमे की नमाज के बाद ¨हसक भीड़ ने प्रदर्शन के साथ पुलिस पर पथराव किया और वाहनों में तोड़फोड़ की।