रायगढ़. रायगढ़ जिले के तमनार इलाके में हुई आर्थिक जनगणना में पता चला है कि पिछले 5 सालों के दौरान इलाके के 165 परिवार गाँव छोड़ कर कमाने-खाने के लिए पलायन कर गए हैं।
पांच साल पहले हुए सर्वे में तमनार और आसपास में 400 परिवारों के किसी न किसी व्यवसाय में लगे होने की जानकारी मिली थी। इस बार सर्वे कर रही टीम के मुताबिक 165 परिवार के लोग व्यापार बंद कर नौकरी करने लगे या काम नहीं मिलने से जिला ही छोड़ गए। तमनार के नगरीय क्षेत्र में कुछ दिनों पहले जेपीएल प्लांट के आसपास के इलाके, तमनार, बरभाठा, इंद्रानगर में सर्वे हुआ। पता चला है कि आधे से ज्यादा दुकानें बंद हो चुकी हैं। किराए के मकान खाली हो गए हैं। 2013-14 के सर्वे में 400 दुकानें या मकान थे।
कुछ इलाकों में अब तक आर्थिक जनगणना पूरी नहीं हो सकी है। सर्वे पूरा होने के बाद जिले की तस्वीर साफ होगी। माना जा रहा है कि कोयला खदानों के बंद होने, रियल इस्टेट कारोबार और औद्योगिक मंदी से व्यापार घटा है। मंदी के कारण व्यापार ठप हुआ तो मजबूरी में लोगों को पलायन करना पड़ा।
कारण कुछ भी हो सकता है। तमनार ब्लॉक में इकॉनामी हाउस की संख्या घटी है। दरअसल पूर्व में हुई जनगणना में 18 प्रतिशत आबादी बढ़ी थी। हो सकता है इस बार आबादी कम हो। रहन-सहन और जीवनशैली में बदलाव तो साल-दर-साल होता ही है। – सुरेश सिंह, योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी