रायपुर. राजधानी रायपुर के पं.दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में ’सीएम की पाठशाला’ का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सफलता, शिक्षा, सफल लीडर, गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा, परीक्षा के डर से उबरने जैसे विषयों पर रोचक सवाल पूछे. मुख्यमंत्री ने रोचक शैली और सहज-सरल भाषा में विद्यार्थियों के प्रश्नों के जवाब दिए. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद भी छात्र-छात्राओं में मुख्यमंत्री से प्रश्न पूछने की होड़ लगी रही. मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोगों में सवाल पूछने की उत्सुकता है. यह जानकर मुझे अच्छा लगा. सवाल पूछने से ही व्यक्ति का विकास होता है. विद्यार्थियों को चाहिए कि जब तक उनके प्रश्न का जवाब ना मिल जाए तब तक कोशिश करते रहें.
इस दौरान एक छात्रा ने पूछा कि आपको संघर्ष से सफलता मिली, कैसा महसूस करते हैं. हम विद्यार्थी इससे क्या सीख सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं इस पद पर आऊंगा. यह मेरा लक्ष्य भी नहीं था. मेरा लक्ष्य जनसेवा, किसानों, गरीबों की सेवा था. मुझे जिम्मेदारी मिलती गई और मैं इस मुकाम तक पहुंचा. उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि राजनीति हो या शिक्षा, व्यवसाय या उद्योग हो इसमे शार्टकट नहीं होता. हम जिस क्षेत्र में हो वहां कठोर परिश्रम करना चाहिए. एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि ना तो मेरे माता-पिता ने मुझे डाक्टर, इंजीनियर बनने के लिए दबाव डाला और ना ही मैंने अपने बच्चों पर. विद्यार्थियों को स्वयं तय करना चाहिए कि आगे क्या बनना है.
एक छात्र ने पूछा कि रायपुर में धरना, प्रदर्शन और बंद के दौरान स्कूलों में व्यवधान न हो. इसके लिए सरकार ने क्या व्यवस्था की है ? मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि धरना, प्रदर्शन और हड़ताल के दौरान स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाई में व्यवधान नहीं आए और विद्यार्थियों को असुविधा न हो. जबरदस्ती स्कूल-कॉलेज बंद कराने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
एक छात्रा के प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को जिला स्तर पर आयोजित होने वाली खेल-कूद प्रतियोगिताओं में शामिल होने का अवसर मिलेगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नवा रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में वन-डे और इंटरनेशनल क्रिकेट मैच आयोजित करने की पहल की जाएगी. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का बच्चों को भ्रमण भी कराया जाएगा. स्कूलों की छुट्टी के समय लगने वाले जाम के संबंध में प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि शाला प्रबंधन और जिला प्रशासन को स्कूलों की छुट्टी के समय कुछ अंतराल रखने के लिए व्यवस्था के निर्देश दिए जाएंगे. जिससे टैªफिक व्यवस्थित रहे.