नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ अदालत में याचिका दायर करेगी कांग्रेस
CAA के मामले पर लोकसभा और राज्यसभा में भी इसके खिलाफ थी
नई दिल्ली. संसोधित नागरिकता कानून 2019 (CAA) पर कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह अदालत का रुख करेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह इस कानून के खिलाफ याचिका दायर करेगी. बता दें कांग्रेस CAA के मामले पर लोकसभा और राज्यसभा में भी इसके खिलाफ थी. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, वायनाड से सांसद राहुल गांधी और अन्य पार्टी नेता इस कानून को विभाजनकारी बता चुके हैं.
इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश और अब्दुल खालिक ने सीएए के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की थी. असम से कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट ‘असंवैधानिक’ संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को जल्द निरस्त कर देगा. ‘उम्मीद है कि न्यायालय सीएए को जल्द निरस्त कर देगा’
सीएए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले खालिक ने दावा किया कि असम में सीएए का विरोध कर रहे 90 फीसदी लोग बहुसंख्यक समाज से हैं . उन्होंने कहा, ‘हम शुरू से कह रहे हैं कि सीएए असंवैधानिक है. हम उम्मीद करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट इसे जल्द निरस्त करेगा.’ कांग्रेस के लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘भाजपा पूरे देश में एनआरसी की बात कर रही है, लेकिन असम में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुई एनआरसी को नहीं मान रही. वह सिर्फ ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है.’
पार्टी इस कानून के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी
खालिक ने कहा, ‘असम की जनता की स्पष्ट राय है कि जो विदेशी साबित हो गया, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, उसे यहां से जाना होगा.’ उन्होंने शाहीन बाग में हो रहे सीएए विरोधी धरने का हवाला देते हुए कहा, ‘शाहीन बाग के प्रदर्शन की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन असम में हो रहे विरोध की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा नहीं हो रही है.असम में विरोध प्रदर्शन की खास बात यह है कि वहां इस असंवैधानिक कानून का विरोध कर रहे 90 फीसदी लोग हिन्दू हैं.’ कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी इस कानून के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी.