रायपुर. रातोंरात बदली ठाठ तो पुलिस को हुआ शक, इस तरह पकड़े गए 27 लाख के चोरी के आरोपी चोरों ने रायपुर के माना शराब दुकान की तिजोरी का ताला तोड़ने की कोशिश की. नहीं टूटा तो पूरी तिजोरी उखाड़कर ले गए. खेत में ले जाकर लॉक तोड़ा और पैसे बांट लिए. चोरी के पैसे हाथ में आते ही उनके ठाठ बदल गए. नई गाड़ी, कपड़े और जेवर खरीदे और उसी से निगाह में आ गए. पुलिस के खुफिया तंत्र की सूचना पर एक संदिग्ध को पकड़कर पूछताछ की गई. उसने सच्चाई उगल दी. उसकी निशानदेही पर बाकी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों से करीब 15 लाख जब्त कर लिए गए हैं.
धमतरी निवासी सचिन नेताम (35) उपरवारा में किराए पर रहता है. उसने यहीं रहते हुए चोरी की 16 से ज्यादा वारदातें की हैं. वह चोरी के मामले में कई बार जेल जा चुका है. उसने उपरवारा में काफी बड़ा मकान किराये पर लिया है. उसी के पड़ोस में कोरिया चिरमिरी का लखन नेताम (30) और बिलासपुर का उमेश नेताम (21) रहता है. तीनों अच्छे दोस्त हैं. पुलिस के अनुसार लखन भी कई बार चोरी के आरोप में जेल जा चुका है. तीनों 3 फरवरी की रात 2 बजे शराब दुकान पहुंचे और दुकान के पिछले हिस्से के गेट को काटकर अंदर घुस गए.
आरोपियों ने सीसीटीवी कैमरा कैमरा और रिकॉर्डिंग डिवाइस उखाड़ फेंक दिया. उसके बाद एक हिस्से में ईंट-सीमेंट के जोड़ से चबूतरे में लगी लोहे की तिजोरी उखाड़ ली. तिजोरी लेकर वे दुकान से 600 मीटर दूर खेत में गए. वहां पत्थर से तिजोरी तोड़ी और उसमें से पैसे निकाल लिए. पैसे थैली में भरकर तीनों उपरवारा पहुंचे और सचिन के घर में पैसों का तीन हिस्से में बंटवारा किया. तीनों के हिस्से में 9-9 लाख रुपये आए.
रुपए लेकर उमेश और लखन अपने-अपने गांव भाग गए. इधर, सचिन के हाथ में पैसे आते ही उसके रहन सहन का तरीका बदल गया. उसने तुरंत अपने लिए बाइक खरीदी. कुछ गहने भी खरीदे. रहन-सहन में अचानक आए बदलाव के कारण सचिन पुलिस की नजरों में आ गया. पुलिस को खुफिया तंत्र से जानकारी मिलते ही सचिन को घेरा गया. हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने चोरी की पूरी वारदात का खुलासा कर दिया. उसकी निशानदेही में लखन और उमेश को भी उनके गांव से गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से 12 लाख कैश और 3 लाख का सामान जब्त हुआ है.