राजिम. राजिम माघी पुन्नी मेला के अवसर पर आयोजित वन सम्मेलन कार्यक्रम में पहुंचे वन, आवास, पर्यावरण एवं विधि विधायी मंत्री मोहम्मद अकबर ने राजीव लोचन मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की.
राजिम माघी पुन्नी मेला में वन समितियों के सदस्यों का विषाल सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन में वन, आवास, पर्यावरण एवं विधि विधायी मंत्री मो. अकबर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. उन्होंने वन समितियों के सदस्यों को विश्वास दिलाया कि पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र अवष्य दिया जायेगा. लेकिन वन काटकर वन अधिकार पत्र की मांग करने वालों पर कार्यवाही भी की जायेगी.
उन्होंने कहा कि गरियाबंद में 50 प्रतिषत वन क्षेत्र है. यह राज्य औसत वन क्षेत्र से अधिक है. वन मंत्री ने कहा कि हाथियों से होने वाले जनधन की हानि को रोकने के लिए राज्य स्तर पर लमेरू हाथी परियोजना जल्दी अस्तित्व में आयेगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए मंत्री मंडल से स्वीकृति प्राप्त हो गया है.
अकबर ने कहा कि राज्य की प्राथमिकता मानव एवं वन्य प्राणीयों की सुरक्षा करना है, इसलिए केन्द्र सरकार द्वारा अनुषंसित 452 वर्ग किमी क्षेत्र से 4 गुणा अधिक 1955 वर्ग किमी क्षेत्र में यह परियोजना विकसित किया जायेगा. अकबर ने सम्मेलन में कहा कि पहले केवल 8 लघु वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदा जाता था, परंतु नई सरकार गठन के पश्चात अब 22 लघु वनोपजों को शासन समर्थन मूल्य पर खरीदेगी.
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये लघु वनोपज वनवासियों के आजीवका के साधन बनेंगे. साथ ही अकबर ने यह भी बताया कि वन औषधियों के विक्रय के लिए टेªडिषनल मेडिकल बोर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके पूर्व जिला लघु वनोपज के अध्यक्ष भागीरथी मांझी ने कहा कि जिले में 70 प्राथमिक लघु वनोपज समितियां है. जिसमें 66 हजार तेंदूपत्ता संग्राहक है. उन्होंने संग्राहकों के लिए सामूहिक बीमा हेतु आग्रह किया.