नयी दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्व क्षेत्र में दो दिन की सांप्रदायिक हिंसा में 32 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं कई घायलों की स्थिति अभी भी गंभीर है. दिल्ली के अलग- अलग अस्पतालों में करीब 200 घायल भर्ती है. मृतकों की संख्या बुधवार तक 27 थी. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, जीटीबी अस्पताल में पांच और लोगों की जान चली गई, जिससे इस अस्पताल में मरने वालों की संख्या 30 हो गई. कुल मृतक संख्या 32 तक पहुंच गई. लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में बुधवार को दो लोगों की मौत हो गई थी.
इसी बीच , बुधवार के बाद आज भी हिंसाग्रस्त कुछ क्षेत्रों में शांति है. हालांकि रोजमर्रा के सामान के लिए लोग संकट का सामना कर रहे हैं. क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात है. पुलिस ने अब तक 18 एफआईआर अलग-अलग थानों में दर्ज कर ली हैं. अब तक हिंसा फैलाने वालों में जिन आरोपियों की पहचान हुई है, उनमें से 106 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, जो 18 एफआईआर दर्ज की गई हैं, उनमें आरोपियों की तलाश की जा रही है. सीसीटीवी की मदद से पहचान करके अन्य आरोपियों की धर-पकड़ के लिए छापामारी जारी है. बता दें कि मंगलवार को उत्तर पूर्व दिल्ली के चांदबाग, भजनपुरा, गोकुलपुरी, मौजपुर, कर्दमपुरी और जाफराबाद में भीषण हिंसा हुई थी. इससे पहले रविवार और सोमवार को भी हिंसा की घटना देखने को मिली थी.
बुधवार को कुछ स्थानों पर दुकानों में आग लगा दी गयी और गुप्तचर ब्यूरो के एक कर्मचारी का शव नाले से बरामद किया गया. इसके अलावा पूरे दिन कहीं से कोई अप्रिय घटना की जानकारी सामने नहीं आई. दिल्ली में हिंसा की घटनाओं के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों से शांति एवं भाईचारा बनाये रखने की अपील की. उनसे पहले कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने इस मामले को लेकर केंद्र और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर हमला बोला.
वहीं इस मामले की दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई भी शुरू हुई जिसमें दिल्ली पुलिस को फटकार पड़ी. सुप्रीम कोर्ट ने भी भले ही मामले में दखल से इनकार कर दिया मगर दिल्ली पुलिस के प्रति नाराजगी जाहिर की. दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि अब हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में शांति है और जल्द ही माहौल सामान्य हो जाएगा.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह को उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी दी. डोभाल ने राष्ट्रीय राजधानी के दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद शाह से उनके नॉर्थ ब्लॉक स्थित दफ्तर में मुलाकात की. यह एनएसए का 24 घंटे से भी कम समय के भीतर हिंसा प्रभावित इलाकों का दूसरा दौरा था.