होली में सावधान रहे गर्भवती महिलाएं
नई दिल्ली: एक बार फिर से रंगों का त्योहार होली आ गई है। इस बार दस मार्च को होली खेली जायेगी। पहले के समय में फूलों का उपयोग पारंपरिक रूप से होली के रंगों को बनाने के लिए किया जाता था।
लेकिन अब रंगों को बहुत खतरनाक और हानिकारक रसायनों के माध्यम से बनाया जाता है। ऐसे में अगर आप गर्भवती हैं तो इस बार होली पर आपको बहुत सावधान रहने की जरूरत है। होली का यह त्यौहार रंगों में डूबा हुआ है।
यह त्योहार खाने-पीने के साथ मस्ती और हुड़दंग के लिए जाना जाता है। होली में हर कोई रंगों में सराबोर होना चाहता है। लेकिन जितना मजा होली पर आम लोग कर सकते हैं, गर्भवती महिलाओं को उतना ही सावधान रहना होगा।
यदि गर्भवती महिला होली के त्योहार की मस्ती में थोड़ी लापरवाही बरतती हैं तो उसकी त्वचा खराब हो जाएगी और उसके पेट में पल रहे बच्चे को भी बहुत नुकसान हो सकता है। होली के त्योहार में रंगों के साथ-साथ पानी का भी भरपूर इस्तेमाल होता है, जिसके कारण बीमार पड़ने का खतरा रहता है।
पहले होली के रंगों को फूलों और कई अन्य पौधों का उपयोग करके बनाया गया था जो पूरी तरह से प्राकृतिक होने के साथ-साथ त्वचा के लिए सुरक्षित थे। लेकिन अब होली के दौरान उपयोग किए जाने वाले रंगों को पूरी तरह से रासायनिक मिश्रण द्वारा तैयार किया जाता है, जो आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
ये रासायनिक रंग गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, केमिकल के ये जहरीले रंग त्वचा के साथ-साथ आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता दूसरों की तुलना में बहुत कमजोर होती है। ऐसी स्थिति में उनमें बीमारियों और संक्रमण होने का अधिक जोखिम रहता है। इसके साथ ही गर्भावस्था के दौरान आपकी त्वचा भी बहुत संवेदनशील होती है।
इस कारण से गर्भवती महिलाएं उन रंगों के प्रति भी संवेदनशील हो सकती हैं। रासायनिक रंगों की वजह से गर्भपात, समय से पहले प्रसव और जन्म के समय बच्चे के वजन कम होने जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।