अमेरिका :दुनियाभर में डेटा सिक्योरिटी को लेकर चीनी कंपनियों के खिलाफ अहम कार्रवाई की जा रही है. हाल ही में भारत ने चीन की 59 चाइनीज ऐप्स को बंद करने के बाद अमेरिका ने हुआवेई पर प्रतिबंध लगाया था. अब अमेरिकी विदेश विभाग ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्दनेजर हुआवेई के कुछ कर्मचारियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि अमेरिकी विदेश विभाग मानवाधिकार हनन के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों पर वीजा प्रतिबंध लगाएगा, जिनमें चीनी आईटी कंपनी हुआवेई के कर्मचारी भी शामिल हैं.
हाल ही में ब्रिटेन ने भी चीनी कंपनी हुआवेई (Huawei) पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Jonson) की सरकार ने हुआवेई 5 जी नेटवर्क को 31 दिसंबर के बाद बैन करने का फैसला किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियों ने इस फैसले की तारीफ भी की थी. उन्होंने कहा, ब्रिटेन उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया जो अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अविश्वसनीय और उच्च जोखिम वाले व्रिकेताओं के सामने खड़ा है.
बता दें US FCC ने Huawei और ZTE को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. अमेरिका (America) ने अपने यूनिवर्सल सर्विस फंड प्रोजेक्ट के लिए सप्लायर के तौर पर इन पर पाबंदी लगा दी है. Huawei और ZTE के कथित तौर पर चीनी सेना और खुफिया विभाग से संबंध बताए गए हैं. अमेरिकी एजेंसी फेडरल कम्युनिकेशन कमिशन (FCC) देश की समस्त कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी को रेगुलेट करती है. FCC की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी नेटवर्क्स के सुरक्षा खतरों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.