छत्तीसगढ़: बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों का इलाज घर पे, दुर्ग से शुरू
अगर यह प्रयोग सही साबित होता है तो आने वाले समय में इसे प्रदेश भर में लागू किया जाएगा
रायपुर: स्वास्थ्य विभाग के कोरोना कंट्रोल एंड डिमांड डेस्क के डॉ. सुभाष पाण्डेय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिनमें कोई कोरोना से जुड़े लक्षण नहीं होते, उनके उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग होम आइसोलेट के जरिए उपचार के लिए पायलेट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है। इसका हमने ट्रायल शुरू किया गया है। यह अगर सफल होता है, तो इसे पूरे प्रदेश में शुरू किया जाएगा।
इसके तहत कोरोना संक्रमित मरीज, घर पर ही रहेगा। लेकिन, वह घर के किसी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आएगा। उसे दूर से ही उसके जरुरत की सामान दी जाएगी। इसके अलावा मरीज डॉक्टरों की निगरानी और फोन से संपर्क में बने रहेगा। जिससे की मरीज की स्थिति पर भी नजर रखा जा सकेगा।
बता दें कि जिन राज्यों में कोरोना के अधिक मरीज है, वहां पर इसका प्रयोग किया जा रहा है। जहां यह पूरी तरह से सफल साबित हो रहा है। छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, इससे कोविड अस्पताल के बेड पूरी तरह से भरे हुए है। लिहाजा होम आइसोलेशन का यह नया प्रयोग अगर सफल होता हैं तो कोरोना की लड़ाई लड़ने में यह एक कारागार कदम साबित होगा।