छत्तीसगढ़: मानवता की मिसाल, अपने घर में रखा कोरोना मरीज
बिना झिझक पटेल ने उन्हें अपने घर का वो कमरा दे दिया, जहां वे पूरीसुरक्षा के साथ होम क्वारेंटाइन या एकांतवास में रह सकते थे
रायपुर कोरोनाकाल में जब मानवता की परीक्षा हो रही है और अपने ही अपनों से दूर होते दिखाई देते हैं, ऐसे में राजधानी के खमतराई इलाके में रहने वाले अशोक बाबूलाल भाई पटेल ने मिसाल पेश की है. मिसाल भी ऐसी जिसे हम सब को सीखने की जरूरत है.
दरअसल उनके घर के ठीक सामने रहने वाले परिवार के मुखिया के मामा को कोरोना हुआ और वे अस्पताल में भर्ती हुए. इसी बीच डॉक्टरों ने उनके मामा से संपर्क में आने वाले लोगों की जानकारी मिली, तो पता चला कि उक्त मुखिया भी अपने मामा के संपर्क में थे. उन्हें होम क्वारेंटाइन होने की सलाहदी गई.
इसी दौरान उन्हें सबसे पहले सर्दी हुई. उक्त व्यक्ति ने अपने पड़ोसी अशोक भाई पटेल को फोन किया और उनसे आग्रहकिया कि उनका घर छोटा है और सदस्य ज्यादा हैं, ऐसे में वे उनके घर के नीचे वाले हिस्से में रहना चाहते हैं. बिना झिझक पटेल ने उन्हें अपने घर का वो कमरा दे दिया, जहां वे पूरीसुरक्षा के साथ होम क्वारेंटाइन या एकांतवास में रह सकते थे.
क्वारेंटाइन के वक्त जब जहां पहले से उन्हें सर्दी थी. इसके अगले दो-तीन दिन बाद बुखार आना भी शुरू हो गया. इसके बाद उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट कराया, जो पॉजिटिव आया.